उत्तर प्रदेश में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है। राज्य स्तरीय आइसीटी (सूचना-प्रौद्योगिकी) प्रतियोगिता के माध्यम से उन शिक्षकों को पहचान मिलेगी जो ऑनलाइन पढ़ाई, पंजीकरण, उपस्थिति और सूचना आदान-प्रदान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित शिक्षक अपने जिलों के अन्य शिक्षकों को भी डिजिटल शिक्षा की ओर प्रेरित करेंगे।
विस्तार:
उत्तर प्रदेश में परिषदीय स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अब शिक्षकों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। खासतौर से उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा जो डिजिटल माध्यम से पढ़ाई करा रहे हैं, छात्रों का पंजीकरण ऑनलाइन कर रहे हैं, उनकी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं और विद्यालय प्रबंधन में डिजिटल उपकरणों का अधिकतम उपयोग कर रहे हैं।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस संबंध में सभी जिलों से दो-दो उत्कृष्ट शिक्षकों के नाम मांगे हैं। ये शिक्षक राज्य स्तरीय आइसीटी प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जो दिसंबर में आयोजित की जाएगी। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डा. पवन कुमार ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर जिलेवार पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत शिक्षकों के नाम भेजने के निर्देश दिए हैं।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य डिजिटल माध्यम से पढ़ाई करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करना है, ताकि वे अन्य शिक्षकों को भी डिजिटल शिक्षा के महत्व को समझा सकें और प्रेरित कर सकें। इसके अलावा, प्रतियोगिता के विजेता शिक्षक अपने जिलों में अन्य शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा के बारे में प्रशिक्षण भी देंगे।
अभी हाल ही में स्कूलों में स्मार्ट क्लास स्थापित की गई है, जिसका अधिकतम उपयोग करने के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया जा रहा है। इस तरह से राज्य में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जा सके।
मुख्य बिन्दु:
- राज्य स्तरीय आइसीटी प्रतियोगिता में होगा चयन।
- प्रत्येक जिले से दो-दो अध्यापकों के नाम मांगे गए हैं।
- शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
- विजेता शिक्षक अन्य शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा की दिशा में मार्गदर्शन देंगे।
- स्मार्ट क्लासेस का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।