उत्तर प्रदेश में समग्र शिक्षा के अंतर्गत 14 नवंबर 2024 को सभी को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में ‘बाल मेला’ का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 3 से 6 वर्ष के बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर देना है और अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में संलग्न करना है। इसके तहत बच्चों के लिए खेल, कला, और सीखने की गतिविधियां होंगी, और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों की शिक्षा और विकास में समुदाय और अभिभावकों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए समग्र शिक्षा के तहत एक ‘बाल मेला’ कार्यक्रम का आयोजन किया है। यह आयोजन 14 नवंबर 2024 को राज्य के सभी को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में सुबह 10 बजे से 1 बजे तक होगा। कार्यक्रम में बच्चों को खेल, कला, और शैक्षिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस मेला के आयोजन का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मकता और सृजनात्मकता को उभारना है, साथ ही अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में जोड़ना भी है। सरकार ने प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजन के लिए 1500 रुपए की धनराशि आवंटित की है। इस धनराशि का उपयोग गतिविधियों, पुरस्कार और जलपान की व्यवस्था के लिए किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- कार्यक्रम का आयोजन 14 नवंबर 2024 को किया जाएगा।
- बाल मेला का आयोजन समस्त को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में होगा।
- कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के लिए खेल, कला, और शैक्षिक गतिविधियाँ होंगी।
- सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए अभिभावकों को भी शामिल किया जाएगा।
- सभी बच्चों को पुरस्कार स्वरूप कला सामग्री दी जाएगी।
- सरकार ने प्रत्येक केंद्र के लिए 1500 रुपए की धनराशि निर्धारित की है।
- आयोजन की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक, नोडल शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निभाएंगे।
- बच्चों और अभिभावकों के साथ रचनात्मक गतिविधियाँ की जाएंगी।
- समग्र शिक्षा के तहत यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुसार है।
- धनराशि का उपयोग फाइनेंशियल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाएगा।