APAAR ID: आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की भी बनेगी अपार आईडी; जानिए सरकार की नई योजना
प्रारंभिक स्तर से ही बच्चों की निगरानी बढ़ाने के उद्देश्य से अब स्कूली छात्रों की तरह आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों के भी APAAR ID (आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री) पहचान पत्र बनाए जाएंगे। विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही इनको बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
सरकार अब आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को अपार आईडी (Automated Permanent Academic Account Registry -APAAR) देने की योजना बना रही है। यह कदम शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त प्रयासों का हिस्सा है, जिसके तहत तीन से छह साल के बच्चों को बाल वाटिका के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है। अब तक केवल प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक के बच्चों को ही यह आईडी जारी की जाती थी, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों को भी इस दायरे में लाया जाएगा।
क्या है अपार आईडी? What is Apaar ID ?

अपार आईडी, आधार नंबर की तर्ज पर एक अनूठी शैक्षणिक पहचान है, जो बच्चे की शिक्षा यात्रा का संपूर्ण रिकॉर्ड रखती है। इस आईडी में बच्चे की मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम, पीटीएम (पैरेंट्स-टीचर मीटिंग) और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का पूरा विवरण दर्ज होगा। इसके जरिए बच्चे की शिक्षा का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा, जो उसके प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक काम आएगा।
क्यों है यह योजना महत्वपूर्ण?
आंगनवाड़ी केंद्र अब केवल पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं देने तक सीमित नहीं रह गए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उन्हें नर्सरी से कक्षा 1 तक की शिक्षा देने की मान्यता मिल चुकी है। बाल वाटिका के जरिए बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा प्रदान की जा रही है, लेकिन अब तक इन बच्चों के शैक्षणिक रिकॉर्ड को व्यवस्थित रखने के लिए कोई ठोस प्रणाली नहीं थी। अपार आईडी जारी होने के बाद इन बच्चों के शैक्षणिक डेटा को ट्रैक करना और उनका भविष्य सुरक्षित बनाना आसान होगा।
निगरानी और ट्रैकिंग की सुविधा
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अपार आईडी जारी होने से बच्चों की निगरानी बढ़ जाएगी। अगर कोई बच्चा एक राज्य से दूसरे राज्य में पढ़ाई के लिए जाता है, तो उसका शैक्षणिक रिकॉर्ड आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। इसके अलावा, छात्रों के दस्तावेज़ भी ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगे, जिससे स्कूल बदलने की प्रक्रिया आसान होगी।
देशभर में करोड़ों छात्रों को मिली अपार आईडी
शिक्षा मंत्रालय ने अब तक देशभर के करोड़ों छात्रों को अपार आईडी जारी कर दी है। शेष बच्चों को भी इस दायरे में लाने की प्रक्रिया जारी है। यूडीआईएसई प्लस (Unified District Information System for Education Plus) के आंकड़ों के आधार पर अपार आईडी जारी की जाती है। राज्य सरकारें यह डेटा शिक्षा मंत्रालय को उपलब्ध कराती हैं, जो उनकी जांच के बाद अपार आईडी जारी करता है।
आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों का समावेश
वर्तमान में आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों का कोई शैक्षणिक रिकॉर्ड डिजिटल रूप में उपलब्ध नहीं है। शिक्षा मंत्रालय अब इन बच्चों को भी अपार आईडी के दायरे में लाने की योजना पर काम कर रहा है। यह सुनिश्चित करेगा कि नर्सरी और बाल वाटिका के स्तर से ही बच्चों का रिकॉर्ड तैयार हो।
नई पहल के तहत मांगी गई अतिरिक्त जानकारी
इस बार शिक्षा मंत्रालय ने बच्चों के नाम के साथ उनके पिता का नाम भी अनिवार्य रूप से दर्ज करने को कहा है। यह डेटा सुनिश्चित करेगा कि हर बच्चे की सटीक पहचान हो और डेटा में किसी भी प्रकार की त्रुटि से बचा जा सके।
शैक्षणिक व्यवस्था में पारदर्शिता और सुधार
अपार आईडी का उद्देश्य न केवल छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड को संरक्षित करना है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना भी है। यह आईडी शिक्षा के हर स्तर पर बच्चों के प्रदर्शन का सही आकलन करने में मदद करेगी।
बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम
शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का यह कदम बच्चों के शैक्षणिक और सामाजिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल बच्चों की शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि उनका भविष्य भी सुरक्षित होगा।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह प्रयास बच्चों को एक संगठित और गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा देने की दिशा में बड़ा कदम है। अपार आईडी के जरिए बच्चों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना भारत की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी और प्रगतिशील बनाएगा।
क्या है अपार (What is APAAR ?) आईडी? आइये विस्तार से जानते हैं
APAAR, which stands for Automated Permanent Academic Account Registry, is a specialized identification system designed for all students in India. This initiative is part of the ‘One Nation, One Student ID’ program launched by the government, aligning with the new National Education Policy of 2020. आइये इसको सरल भाषा में समझते हैं –
अपार आईडी, जिसका पूरा नाम Automated Permanent Academic Account Registry है, छात्रों के लिए एक डिजिटल पहचान है। यह उनके शैक्षणिक सफर की पूरी जानकारी संग्रहीत करता है। यह आईडी नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत लाई गई है, जिससे छात्रों की शैक्षिक गतिविधियों को एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म पर जोड़ा जा सके।

अपार आईडी में क्या जानकारी होगी?
- व्यक्तिगत जानकारी:
- छात्र का नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता, माता-पिता का नाम, और फोटो।
- शैक्षिक रिकॉर्ड:
- मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम।
- सर्टिफिकेट्स, डिग्री, मार्कशीट।
- स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट और कैरेक्टर सर्टिफिकेट।
- एक्स्ट्रा-कैरिकुलर डिटेल्स:
- खेल प्रतियोगिताओं, ओलंपियाड, स्कॉलरशिप और अन्य गतिविधियों की जानकारी।
- स्वास्थ्य विवरण:
- ब्लड ग्रुप, ऊंचाई, और वजन।
- डिजिटल स्टोरेज:
- डिजिलॉकर और एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (ABC) से जुड़ा हुआ।
आधार कार्ड से कैसे अलग है अपार आईडी?
आधार कार्ड | अपार आईडी |
---|---|
नागरिक पहचान पत्र है। | शैक्षिक पहचान पत्र है। |
12 अंकों की विशिष्ट संख्या होती है। | अल्फान्यूमेरिक कोड होता है। |
पहचान और पते का प्रमाण है। | छात्र के शैक्षणिक रिकॉर्ड का ट्रैकर है। |
सरकारी योजनाओं में उपयोग होता है। | शिक्षा से जुड़े कार्यों में उपयोग होता है। |
अपार आईडी, आधार कार्ड की जगह नहीं लेता, बल्कि उसे शैक्षणिक डेटा के साथ जोड़ता है।
अपार आईडी के फायदे Whats are the benefits of APAAR ?
APAAR ensures accountability and transparency in education by tracking student progress and streamlining academic records. It enhances efficiency, removes duplicity, minimizes fraud, and includes co-curricular achievements for holistic student development. With multiple use cases, APAAR facilitates following;
- Facilitate student mobility
- Enhance academic flexibility
- Empower students to choose their learning paths of their choice
- Acknowledge and validate learning achievements
- Since no additional certificates are required to be provided except sharing APAAR id where all credentials are stored, there is no fear of losing hard copy certificates and hence useful for all type of use cases such as transfer from one school to the other, entrance examination, admission, job application, skilling, upskilling etc सरल तरीके से इसे आगे समझिये –
- फर्जी दस्तावेजों पर रोक:
- नकली सर्टिफिकेट और डुप्लीकेट मार्कशीट जैसे मामलों को रोका जा सकेगा।
- शैक्षणिक रिकॉर्ड का ट्रैकिंग:
- छात्र की पूरी शैक्षणिक यात्रा को एक क्लिक में देखा जा सकेगा।
- सरकारी योजनाओं का लाभ:
- छात्रवृत्ति और अन्य योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
- डिजिटल दस्तावेज़ स्टोरेज:
- डिजिलॉकर के माध्यम से सभी शैक्षणिक दस्तावेज़ सुरक्षित रहेंगे।
- ड्रॉपआउट छात्रों की निगरानी:
- स्कूल छोड़ने वाले बच्चों पर नजर रखने और उन्हें मुख्यधारा में लाने में मदद।
- मूल्यांकन प्रक्रिया आसान:
- एडमिशन और नौकरी के लिए सही छात्रों का चयन आसान होगा।
अपार आईडी कैसे बनता है? How do students obtain their APAAR ID ?
Students need to follow these steps:
- Verification: Visit the school to verify demographic details
- Parental Consent: Obtain parental consent if the student is a minor
- Authentication: Authenticate identity through the school
- ID Creation: Upon successful verification, the APAAR ID is created and added to DigiLocker for secure online access
- स्कूल द्वारा आवेदन:
- स्कूल अपार आईडी बनाने के लिए apaar.education.gov.in पर रजिस्टर करता है।
- आधार कार्ड आवश्यक:
- छात्र का आधार नंबर आवश्यक है।
- अभिभावकों की सहमति:
- नाबालिग छात्रों के लिए माता-पिता की अनुमति अनिवार्य है।
- डिजिटल रजिस्ट्रेशन:
- स्कूल छात्रों की जानकारी ऑनलाइन रजिस्टर करता है।
क्या यह सभी छात्रों के लिए अनिवार्य है?
- नहीं, यह स्वैच्छिक है।
- अभिभावक किसी भी समय अपनी सहमति वापस ले सकते हैं।
- 2026-27 तक सभी छात्रों को इस आईडी से जोड़ने का लक्ष्य है।
क्या अपार आईडी आधार से जोड़ा जाएगा?
- हां, अपार आईडी को छात्र के आधार नंबर से जोड़ा जाएगा।
- अभिभावकों की अनुमति से ही यह संभव है।
कितने छात्रों की अपार आईडी बन चुकी है?
अब तक 34 करोड़ से अधिक छात्रों की अपार आईडी बनाई जा चुकी है। धीरे धीरे ये संख्या बढती रहेगी .
अपार आईडी शिक्षा प्रणाली को पारदर्शी, कुशल और डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह छात्रों की पहचान और उनके शैक्षणिक सफर को सुरक्षित और सुव्यवस्थित करने में सहायक होगी।
यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से आपको दी गई है जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें .
अन्य शैक्षिक अपडेट पाने के लिए क्लिक करें