परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024: आज से शुरू होगा देशभर में छात्रों का शैक्षिक स्तर मूल्यांकन

परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024

परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024: आज से शुरू होगा देशभर में छात्रों का शैक्षिक स्तर मूल्यांकन

4 दिसंबर 2024: आज से देशभर में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 का आयोजन शुरू हो गया है। यह सर्वे एक महत्वपूर्ण राष्ट्रव्यापी परीक्षा है, जो भारतीय स्कूल शिक्षा प्रणाली में छात्रों के शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन करेगा। पहले इसे नेशनल अचीवमेंट सर्वे (NAS) के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसे परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण के रूप में आयोजित किया जा रहा है।

इस सर्वे में 75,000 स्कूल और 22 लाख से ज्यादा छात्र शामिल होंगे, जिनमें कक्षा 3, 6 और 9 के छात्र शामिल हैं। आज से शुरू होने वाली इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों के ज्ञान का मूल्यांकन करना और यह जानना है कि शिक्षा में कौन से पहलू मजबूत हैं और कहां सुधार की आवश्यकता है।

वॉर रूम से मिलेगी 24×7 सहायता

इस बार सर्वे को और भी प्रभावी बनाने के लिए एनसीईआरटी ने एक विशेष 24×7 वॉर रूम की स्थापना की है, जो किसी भी सवाल या समस्या का तुरंत समाधान करेगा। वॉर रूम का संचालन 27 नवंबर से शुरू हो चुका है और यह 5 दिसंबर तक चलेगा। इसका उद्देश्य सर्वे की प्रक्रिया को निर्बाध रूप से चलाना और किसी भी क्षेत्र से आने वाली समस्याओं का त्वरित समाधान करना है।

क्या होगा सर्वे में?

इस सर्वे के दौरान कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों की शैक्षिक परीक्षा ली जाएगी। कक्षा 3 और 6 के छात्रों के लिए हिंदी, गणित और पर्यावरण के विषयों पर डेढ़ घंटे की परीक्षा होगी, जबकि कक्षा 9 के छात्रों के लिए हिंदी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में से तीन विषयों की परीक्षा दो घंटे की होगी। यह परीक्षा छात्रों के ज्ञान, समझ और शैक्षिक विकास का आकलन करेगी।

परख सर्वे का उद्देश्य

इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य भारतीय शिक्षा प्रणाली के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन करना है। सर्वे के माध्यम से यह जाना जाएगा कि जेंडर, स्थान और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के आधार पर छात्रों का प्रदर्शन कैसा है। साथ ही, यह सर्वे नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF-2023) के तहत शिक्षा के स्तर में किसी भी अंतर को पहचानने का भी काम करेगा।

आज से शुरू होने वाला परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 भारतीय शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में सुधार की दिशा में मदद करेगा।


December 4, 2024: The Parakh National Survey 2024 has officially begun today across the country. This survey is a significant nationwide examination aimed at evaluating the educational level of students within India’s school education system. Previously known as the National Achievement Survey (NAS), it is now being conducted under the name Parakh National Survey.

More than 75,000 schools and over 22 lakh students from Classes 3, 6, and 9 will participate in this survey. Starting today, the examination aims to assess students’ knowledge and understand the strengths and areas of improvement within the education system.

24×7 Support from the War Room

This year, to make the survey more effective, NCERT has established a special 24×7 War Room to address any questions or issues that may arise. The War Room, operational since November 27, will remain active until December 5. Its purpose is to ensure the smooth conduct of the survey and provide quick solutions to any issues from the field.

What Will the Survey Involve?

During this survey, students from Classes 3, 6, and 9 will take an educational exam. The students of Classes 3 and 6 will have a 1.5-hour exam in Hindi, Mathematics, and Environmental Studies, while the students of Class 9 will take a 2-hour exam in three subjects chosen from Hindi, Mathematics, Science, and Social Studies. This exam will assess students’ knowledge, understanding, and educational development.

Objective of the Parakh Survey

The primary goal of this survey is to evaluate various aspects of the Indian education system. Through this survey, data will be collected on how students perform based on gender, location, and socio-economic background. Additionally, it will identify any learning gaps according to the National Curriculum Framework (NCF-2023).

The Parakh National Survey 2024, starting today, is a crucial step for the Indian education sector, which will help guide future reforms and improvements.

By Harsh Kumar

"नमस्ते ! मैं हर्ष कुमार, एक समर्पित शिक्षक और हिंदी में एम.ए. (हिंदी) हूँ। मुझे शिक्षण और छात्रों को उनके लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद करने का गहरा अनुभव है। मेरा मानना है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि बेहतर इंसान बनाना भी है। हिंदी साहित्य और भाषा के प्रति रुचि बढ़ाना मेरी प्राथमिकता है। मेरी शिक्षण विधियाँ सीखने की प्रक्रिया को रोचक और सरल बनाने पर केंद्रित हैं। मेरे लेख और विचार पढ़ने के लिए www.tetmaster.com पर जाएं।"

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