APAAR ID: उद्देश्य, कार्य, लाभ और बनाने की विधि

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आज के डिजिटल युग में, शिक्षा क्षेत्र में तकनीकी बदलाव तेजी से हो रहे हैं। इस बदलाव के साथ छात्रों की जानकारी का एकीकृत और व्यवस्थित तरीके से प्रबंधन करना एक बड़ी चुनौती बन गई है। इसके समाधान के रूप में, भारत सरकार ने APAAR ID (Automated Permanent Academic Account Registry) प्रणाली की शुरुआत की है। यह एक ऐसा डिजिटल पहचान कार्ड है जो छात्रों के शैक्षणिक डेटा को एक जगह पर संगठित और सुरक्षित रखता है। इस लेख में, हम APAAR ID के उद्देश्य, कार्य, लाभ, और इसे बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानेंगे।


APAAR ID एक यूनिक डिजिटल पहचान है जिसे भारतीय शिक्षा प्रणाली में छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को एकीकृत करने के लिए विकसित किया गया है। यह 12 अंकों का एक विशिष्ट कोड है, जो प्रत्येक छात्र को एक स्थायी पहचान प्रदान करता है। यह पहचान छात्रों के शैक्षिक अभिलेख, प्रमाणपत्र, परिणाम, और अन्य शैक्षिक दस्तावेजों को एक जगह पर सुरक्षित रखता है। साथ ही, यह छात्रों को डिजी लॉकर जैसे प्लेटफार्मों से इन दस्तावेजों तक पहुँचने की सुविधा प्रदान करता है।

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APAAR ID का उद्देश्य
APAAR ID का मुख्य उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक अभिलेखों को एक सुरक्षित और एकीकृत प्लेटफॉर्म पर लाना है। यह न केवल छात्रों के लिए, बल्कि शिक्षकों, शैक्षिक संस्थानों और सरकार के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपकरण है। APAAR ID के माध्यम से छात्रों का डेटा एक स्थान पर संग्रहित रहता है, जिससे उसे कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है। साथ ही, इस प्रणाली से शिक्षा मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों को शिक्षा से संबंधित डेटा का बेहतर विश्लेषण करने में मदद मिलती है।

  1. डेटा एकीकरण: APAAR ID छात्रों के शैक्षिक अभिलेखों को एकीकृत करता है। यह छात्रों के स्कूल, कॉलेज, या विश्वविद्यालय से जुड़ी जानकारी जैसे कि पाठ्यक्रम, अंक, प्रमाणपत्र आदि को एक स्थान पर संग्रहित करता है।
  2. डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एकीकरण: APAAR ID को डिजी लॉकर के साथ जोड़ा जाता है, जो छात्रों को अपने प्रमाणपत्रों और अन्य शैक्षिक दस्तावेजों को डिजिटल रूप में रखने और कभी भी एक्सेस करने की सुविधा देता है।
  3. शैक्षिक लाभ: APAAR ID छात्रों को सरकारी योजनाओं जैसे कि छात्रवृत्ति, मुफ्त पाठ्य पुस्तकें, और अन्य शैक्षिक लाभों का लाभ उठाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उन्हें अपने शैक्षिक और व्यावसायिक जीवन में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करता है।
  4. डेटा सुरक्षा: APAAR ID छात्रों के शैक्षिक डेटा को सुरक्षित रखता है। यह सुरक्षा प्रणाली डेटा को बिना किसी खामियों के सुरक्षित रखने का काम करती है, ताकि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति उस डेटा तक पहुँच न सके।
  1. स्थायी और सुरक्षित पहचान: APAAR ID छात्रों को एक स्थायी पहचान प्रदान करता है, जो उनके पूरे शैक्षिक जीवन में उनके साथ रहती है। यह उनकी पहचान को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाता है।
  2. सुविधाजनक डेटा प्रबंधन: APAAR ID छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को एक जगह पर संग्रहित करने में मदद करता है। यह छात्रों, शिक्षकों और शैक्षिक संस्थानों को डेटा प्रबंधन में मदद करता है, जिससे समय की बचत होती है और प्रक्रिया तेज होती है।
  3. सरकारी योजनाओं का लाभ: इस ID के माध्यम से छात्र आसानी से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, छात्रवृत्ति, सरकारी वित्तीय सहायता, और अन्य शैक्षिक योजनाएं।
  4. कैरियर और उच्च शिक्षा के अवसर: APAAR ID छात्रों को अपने शैक्षिक रिकॉर्ड को आसानी से प्रस्तुत करने में मदद करता है, जो कि भविष्य में उनके उच्च शिक्षा या करियर के अवसरों में सहायक होता है।
  5. सरकारी और निजी संस्थाओं से पहचान: यह ID छात्रों को सरकारी और निजी संस्थाओं से मान्यता प्राप्त करने में मदद करती है। यह शैक्षिक संस्थानों को छात्र की जानकारी को सत्यापित करने में भी सहायक होती है।

APAAR ID बनाना कैसे है?
APAAR ID बनाने की प्रक्रिया काफी सरल है, और यह छात्रों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है। इस प्रक्रिया में कुछ मुख्य चरण शामिल हैं:

  1. आवश्यक दस्तावेज़ एकत्र करें:
    • आधार कार्ड
    • जन्म प्रमाण पत्र
    • पासपोर्ट साइज फोटो
    • स्कूल या कॉलेज से प्रमाण पत्र
    • माता-पिता या अभिभावक की सहमति (यदि आवश्यक हो)
  2. ऑनलाइन पंजीकरण करें:
    छात्रों को पहले अपनी शैक्षिक संस्थान की वेबसाइट या सरकार द्वारा निर्धारित पोर्टल पर जाना होगा। यहाँ वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी भर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं।
  3. मूल्य भुगतान:
    कुछ राज्यों में APAAR ID बनाने के लिए एक मामूली शुल्क लिया जा सकता है। आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है।
  4. आवेदन भेजें:
    सभी दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, छात्र को अपना आवेदन जमा करना होगा। इसके बाद, उन्हें एक डिजिटल पहचान संख्या प्राप्त होती है, जिसे उनके डिजी लॉकर अकाउंट में सुरक्षित रूप से स्टोर किया जाता है।


APAAR ID का भविष्य भारतीय शिक्षा प्रणाली में और अधिक प्रभावी रूप से लागू होने की उम्मीद है। डिजिटल शिक्षा के बढ़ते प्रभाव के साथ, छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को एकीकृत और सुरक्षित तरीके से प्रबंधित करना बेहद आवश्यक है। APAAR ID इस दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है, जो न केवल शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाता है, बल्कि छात्रों को विश्व स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने में भी मदद करता है।

APAAR ID भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों के शैक्षिक डेटा को एकीकृत, सुरक्षित और डिजिटल रूप से संग्रहित करने में मदद करता है। यह छात्रों के लिए न केवल एक पहचान प्रमाण पत्र है, बल्कि यह उनके शैक्षिक और व्यावसायिक जीवन में भी सहायक है। इसकी मदद से छात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ, डिजिटल शिक्षा की सुविधाएं और बेहतर कैरियर के अवसर मिल सकते हैं। APAAR ID से भारत में शिक्षा के डिजिटलीकरण को एक नई दिशा मिल रही है और यह शिक्षा प्रणाली के सुधार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) के दौरान, APAAR ID के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान अभिभावकों से सहमति प्राप्त करने के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करवाए जाएंगे। यह प्रक्रिया इस बात को सुनिश्चित करने के लिए है कि माता-पिता या अभिभावकों की अनुमति के बिना बच्चे का डेटा उपयोग में नहीं लिया जाएगा।

अब, अगर PTM में कोई अभिभावक यह सवाल पूछता है कि सहमति पत्र पर हस्ताक्षर क्यों जरूरी हैं, तो इस सवाल का उत्तर कुछ इस तरह दिया जा सकता है:

भारत में, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नाबालिग माना जाता है, और उनके व्यक्तिगत और संवेदनशील डेटा की सुरक्षा के लिए विशेष कानूनी और नैतिक मानदंड होते हैं। इनमें शैक्षिक डेटा, पहचान विवरण और आधार जैसी जानकारी भी शामिल हैं। इसलिए, जब तक माता-पिता या अभिभावक की अनुमति नहीं होती, तब तक बच्चों की जानकारी को प्रोसेस करना कानूनी रूप से सही नहीं होता। यही कारण है कि सहमति पत्र पर हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है।

अगर बच्चे के पास आधार कार्ड नहीं है, तो सबसे पहले उन्हें आधार सेंटर जाकर अपना आधार कार्ड बनवाना होगा, क्योंकि बिना आधार कार्ड के APAAR ID नहीं बन सकती। जिनके पास आधार कार्ड है, उनके लिए माता-पिता या अभिभावक से सहमति पत्र प्राप्त करने के बाद विद्यालय द्वारा नीचे दी गई प्रक्रिया को अपनाया जाएगा:

APAAR ID बनवाने के लिए प्रक्रिया:

  1. U-DISE+ पोर्टल पर लॉगिन करें: सबसे पहले U-DISE+ पोर्टल पर स्कूल का U-DISE कोड और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें। फिर, Student Module में जाकर APAAR Module टैब पर जाएं।
  2. सहमति पत्र प्राप्त छात्र का डेटा दर्ज करें: सहमति पत्र प्राप्त छात्रों का डेटा U-DISE+ पोर्टल में दर्ज करें, जिसमें निम्नलिखित जानकारी होनी चाहिए:
    • छात्र का नाम
    • लिंग
    • जन्म तिथि
    • माता का नाम
    • पिता का नाम
    • आधार संख्या
  3. APAAR ID जनरेट करें: इसके बाद, U-DISE+ पोर्टल के APAAR Module में जाकर, कक्षा और सेक्शन को सेलेक्ट करें। फिर, छात्रों के नाम के पास “Generate” का ऑप्शन आएगा। उस पर क्लिक करने के बाद छात्र से संबंधित सभी जानकारी भरें। सही से डेटा भरने के बाद, सिस्टम स्वयं APAAR ID जनरेट कर देगा।
  4. ID को सुरक्षित करें: सफलतापूर्वक APAAR ID जनरेट होने के बाद, यह छात्र के Digital Locker खाते में भेज दी जाएगी। छात्र कभी भी और कहीं से भी अपनी APAAR ID डाउनलोड कर सकते हैं।
  5. त्रुटि संदेश और सुधार: अगर पोर्टल पर छात्रों के विवरण की पुष्टि में कोई त्रुटि होती है, तो U-DISE+ पोर्टल त्रुटि संदेश दिखाएगा। विद्यालय इस त्रुटि संदेश को संबंधित बच्चे के माता-पिता के साथ साझा करेगा और उन्हें सुधार के लिए Common Service Center (CSC) पर भेजेगा। वहाँ से वे छात्र की APAAR ID का प्रिंट प्राप्त कर सकते हैं।
  1. अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) का आयोजन करें: विद्यालयों को अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) आयोजित करनी होगी, जिसमें अपार आईडी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
  2. सहमति प्रपत्र वितरित करें: स्कूलों को अभिभावकों को भौतिक सहमति प्रपत्र वितरित करने होंगे।
  3. माता-पिता से सहमति प्राप्त करें: नाबालिग छात्रों के लिए, माता-पिता को अनुमति प्रपत्र पर हस्ताक्षर करना होगा।
  4. अपार के बारे में जानकारी दें: विद्यालयों को छात्रों और उनके माता-पिता को अपार के पूर्ण विवरण प्रदान करने होंगे।
  5. सहमति प्राप्त करें: सहमति पत्र प्राप्त करने के बाद विद्यालय U-DISE+ पोर्टल में लॉगिन करेगा।
  6. डेटा की पुष्टि करें: विद्यालय केवल उन्हीं छात्रों के डेटा की पुष्टि करेंगे जिनकी सहमति प्राप्त हो चुकी है।
  7. APAAR ID उत्पन्न करें: सफल डेटा पुष्टि के बाद, U-DISE+ पोर्टल से APAAR ID जनरेट की जाएगी।
  8. ID को डिजी लॉकर में भेजें: ID जनरेट होने के बाद, इसे छात्र के डिजी लॉकर खाते में भेजा जाएगा।
  9. ID साझा करें: ID मिलने के बाद, इसे छात्रों और उनके माता-पिता से साझा किया जाएगा।
  10. त्रुटियों की स्थिति: यदि किसी कारणवश APAAR ID बनाते समय त्रुटि होती है, तो CSC से संपर्क किया जा सकता है।

APAAR ID एक महत्वपूर्ण डिजिटल दस्तावेज है, जिसे बनाने के लिए विद्यालय और अभिभावक दोनों की सहमति आवश्यक है। सही प्रक्रिया का पालन करते हुए इस ID को आसानी से जनरेट किया जा सकता है, जो छात्रों के लिए शैक्षिक रिकॉर्ड की सुरक्षा और आसानी से एक्सेस करने में मदद करता है।

अधिक जानकारी के लिए आप इस विडियो को देखकर समझ सकते हैं

APAAR ID Card के बारे में FAQ (Frequently Asked Questions)

  1. प्रश्न: APAAR ID क्या है?
    • उत्तर: APAAR ID एक डिजिटल पहचान पत्र है जो छात्रों के लिए जारी किया जाता है। यह भारत सरकार द्वारा छात्रों की शैक्षिक और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रूप से संरक्षित करने के लिए बनाई जाती है। इसे डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रखा जाता है, जिससे छात्र और उनके माता-पिता इसे किसी भी समय एक्सेस कर सकते हैं।
  2. प्रश्न: APAAR ID बनाने के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
    • उत्तर: APAAR ID बनाने के लिए सबसे पहले छात्र के पास आधार कार्ड होना आवश्यक है। इसके अलावा, अभिभावक से सहमति पत्र प्राप्त किया जाता है, जिसमें उनके हस्ताक्षर होते हैं। केवल उन छात्रों के लिए अपार आईडी बनाई जा सकती है जिनके आधार कार्ड और सहमति पत्र प्राप्त हो।
  3. प्रश्न: APAAR ID बनाने के लिए प्रक्रिया क्या है?
    • उत्तर: APAAR ID बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले विद्यालय में अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) आयोजित की जाती है, जहां अभिभावकों से सहमति पत्र प्राप्त किया जाता है। इसके बाद, स्कूल U-DISE+ पोर्टल पर लॉगिन करके छात्र का विवरण दर्ज करता है और APAAR ID जनरेट करता है। इसके बाद यह ID छात्र के डिजी लॉकर खाते में भेजी जाती है।
  4. प्रश्न: अगर किसी छात्र के पास आधार कार्ड नहीं है तो क्या होगा?
    • उत्तर: अगर छात्र के पास आधार कार्ड नहीं है, तो उसे सबसे पहले आधार सेंटर जाकर आधार कार्ड बनवाना होगा। बिना आधार कार्ड के APAAR ID नहीं बनाई जा सकती है। एक बार आधार कार्ड बन जाने के बाद, छात्र के लिए APAAR ID बनाई जा सकती है।
  5. प्रश्न: अगर APAAR ID बनाने में कोई समस्या आती है तो क्या करें?
    • उत्तर: यदि APAAR ID बनाने में कोई समस्या आती है या डेटा की पुष्टि में त्रुटि होती है, तो U-DISE+ पोर्टल पर त्रुटि संदेश दिखाया जाएगा। ऐसी स्थिति में विद्यालय अभिभावकों को सुधार के लिए Common Service Center (CSC) पर भेज सकते हैं, जहां से वे ID का प्रिंट प्राप्त कर सकते हैं।

By Rajendra Singh

Rajendra Singh Computer Teacher | Educational Writerमैं, राजेन्द्र सिंह, ने B.Tech की डिग्री प्राप्त की है और वर्तमान में एक कंप्यूटर शिक्षक के रूप में कार्यरत हूं। मुझे शिक्षा के क्षेत्र में गहरी रुचि है, और मैं हमेशा छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराता हूं। इसके साथ ही, मुझे शैक्षिक लेखन बहुत पसंद है, और मैं अपने विचारों को लेखों के माध्यम से साझा करता हूं। मेरा उद्देश्य है कि मैं अपने लेखन के जरिए शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाऊं और छात्रों को नवीनतम शैक्षिक रुझानों से जोड़ सकूं।

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