कविता: चिड़िया का गीत

Small bird flying across a vast sky with spread wings, symbolizing the realization of the vastness of the world below, surrounded by mountains, rivers, and forests.A bird spreads its wings high in the sky, discovering the boundless beauty of the earth, filled with mountains, rivers, and lush landscapes

कविता: चिड़िया का गीत

यह कविता एक छोटे पक्षी के जीवन के विकास को दर्शाती है। पहले, वह अपने घर को अंडे जैसा छोटा और सीमित समझता है। फिर वह सूखे तिनकों से बना एक घोंसला बनाता है, और उसे लगता है कि यही उसका संसार है। जैसे-जैसे वह शाखाओं पर उड़ने लगता है और हरी-भरी पत्तियों के बीच खेलता है, वह अपने छोटे से संसार से बाहर की दुनिया को देखता है। आखिरकार, जब वह आकाश में उड़ता है और दुनिया के विशालता को महसूस करता है, तब उसे समझ में आता है कि संसार बहुत बड़ा है, और उसकी सीमाएं कहीं अधिक हैं।

यह कविता बदलाव, विकास और एक नए दृष्टिकोण की भावना को व्यक्त करती है।

सबसे पहले मेरे घर का
अंडे जैसा था आकार
तब मैं यही समझती थी
बस इतना सा ही है संसार

फिर मेरा घर बना घोंसला
सूखे तिनकों से तैयार
तब मैं यही समझती थी
बस इतना सा ही है संसार

फिर मैं निकल गई शाखों पर
हरी भरी थीं जो सुकुमार
तब मैं यही समझती थी
बस इतना सा ही है संसार

आखिर जब मैं आसमान में
उड़ी दूर तक पंख पसार
तभी समझ में मेरी आया
बहुत बड़ा है यह संसार

बाल कविताएँ :

By SARIKA

My name is SARIKA. I have completed B.Ed and D.El.Ed. I am passionate about teaching and writing. Driven by this interest, I am associated with the Basic Shiksha Portal. My goal is to contribute to the field of education and provide helpful resources for children's development.

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