शिक्षकों के लिए विभागीय एप्स का समायोजन संभव नहीं – अपर राज्य परियोजना निदेशक

शिक्षकों के लिए विभागीय एप्स का एकीकरण क्यों नहीं हो सकता?

बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी एप्स को एकीकृत करना तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से संभव नहीं है। अपर राज्य परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने बताया कि इन एप्स का उद्देश्य शिक्षकों की सुविधा बढ़ाना है। हालांकि, कुछ एप्स का उपयोग केवल साल में एक बार होता है। विभाग ने मोबाइल हैंग होने जैसी समस्याओं को हल करने के लिए टैबलेट भी वितरित किए हैं।

लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि विभागीय एप्स को एकीकृत किया जाए, ताकि उन्हें अलग-अलग एप्स का इस्तेमाल न करना पड़े। इस पर अपर राज्य परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि यह तकनीकी रूप से फिलहाल संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि विभिन्न एप्स जैसे प्रेरणा, मानव संपदा और दीक्षा अलग-अलग एजेंसियों द्वारा विकसित किए गए हैं, और इनकी तकनीकी संरचनाएं भिन्न हैं।

शिक्षकों की समस्याएं:

शिक्षकों ने बताया कि उन्हें अपने निजी मोबाइल पर विभागीय एप्स का उपयोग करना पड़ता है, जिससे फोन की परफॉर्मेंस प्रभावित होती है। उन्होंने यह भी कहा कि मोबाइल के बार-बार हैंग होने से पढ़ाई में व्यवधान आता है।

समाधान के प्रयास:

विभाग ने शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए हैं, जिससे एप्स की वजह से होने वाली तकनीकी समस्याओं को हल किया जा सके।


App Integration Not Feasible – Additional State Project Director

Integrating all departmental apps used by teachers in the Basic Education Department is currently not feasible due to technical and administrative challenges. Additional State Project Director Rohit Tripathi stated that these apps aim to simplify teachers’ work. Some apps are used only once a year. Tablets have been distributed to address issues like mobile performance and frequent hanging.

Lucknow. Teachers in the Basic Education Department have long demanded the integration of departmental apps to ease their workload. Addressing this, Additional State Project Director Rohit Tripathi clarified that such integration is not technically viable at present.

He mentioned that different apps like Prerna, Manav Sampada, and Diksha have been developed by separate agencies with unique frameworks.

  • Prerna App manages data related to teachers and students.
  • Manav Sampada App is used for salary and leave management.
  • Diksha App provides training and study material to teachers.

Challenges Faced by Teachers:

Teachers reported that using these departmental apps on their personal mobile devices affects phone performance and sometimes disrupts teaching.

Efforts by the Department:

To tackle these issues, the department has distributed tablets to teachers, ensuring smoother functioning of the apps.


पाठकों से अपील:

आप इस विषय पर क्या सोचते हैं? क्या विभागीय एप्स का एकीकरण शिक्षकों के लिए जरूरी है? अपनी राय नीचे कमेंट में साझा करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *