एक दिन मोर पेड़ के पास नाच रहा था। पास ही कौवा बैठा था। कौवे ने कहा, “मोर, तुम सुंदर हो।” मोर ने कहा, “हाँ, मैं नाचता हूँ।” कौवे ने कहा, “मैं तेज उड़ता हूँ।”
मोर बोला, “मुझे उड़ना नहीं आता।” कौवे ने कहा, “कोई बात नहीं, तुम नाचते हो, यह बड़ी बात है।”
मोर ने पूछा, “तुम क्यों उड़ते हो?” कौवा बोला, “मैं खाना ढूँढने जाता हूँ।” मोर ने कहा, “यह अच्छी बात है।”
दोनों ने अपनी बात समझी और बोले, “हम दोनों अच्छे हैं।”
उस दिन से मोर और कौवा अच्छे दोस्त बन गए।