उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की आठ हजार न्याय पंचायतों में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल खोलने की योजना बनाई है। ये स्कूल आधुनिक सुविधाओं, कौशल विकास केंद्रों, विज्ञान और कंप्यूटर लैब्स, डिजिटल लाइब्रेरी, परीक्षा कक्ष और खेल के मैदानों से सुसज्जित होंगे। प्रत्येक स्कूल में प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई होगी, और छात्रों को मिड-डे मील के लिए केंद्रीय रसोईघर की सुविधा भी दी जाएगी। निर्माण कार्य ग्रीन बिल्डिंग और भूकंपरोधी मानकों के अनुरूप किए जाएंगे।
1. आठ हजार पंचायतों में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की आठ हजार पंचायतों में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन स्कूलों का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराना है। यहां बच्चों को प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई का अवसर मिलेगा।
2. 10 एकड़ में बनेगा प्रत्येक स्कूल परिसर
मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूलों का परिसर 10 एकड़ में फैला होगा, जो कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। हर स्कूल में कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान और गणित की प्रयोगशालाएं और कौशल विकास केंद्र की व्यवस्था की जाएगी। इन सुविधाओं का उद्देश्य छात्रों की शिक्षा को न केवल बेहतर बनाना है बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीकों और कौशलों से भी जोड़ना है।
3. विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास केंद्र और खेल सुविधाएं
इन स्कूलों में कौशल विकास केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे, जहाँ छात्रों को विभिन्न कौशलों की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, विद्यालय परिसर में एक डिजिटल लाइब्रेरी, परीक्षा कक्ष और खेल के मैदान होंगे, जिससे बच्चों को खेल-कूद में भी प्रोत्साहन मिलेगा। इस तरह सरकार का उद्देश्य बच्चों को हर क्षेत्र में विकसित करना है।
4. मिड-डे मील के लिए केंद्रीय रसोईघर
छात्रों को ताजे और पौष्टिक भोजन देने के लिए प्रत्येक स्कूल में केंद्रीय रसोईघर बनाए जाएंगे। यहां गर्मा-गर्म मिड-डे मील छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार आएगा और उन्हें बेहतर तरीके से पढ़ाई में ध्यान लगाने में मदद मिलेगी।
5. निर्माण कार्य की प्रगति और मानक
स्कूल भवनों का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जल्द से जल्द भूमि चिह्नित करें। वर्तमान में 27 विद्यालयों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा चुकी है और इन पर जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। निर्माण को भूकंपरोधी और ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुसार करने के निर्देश हैं, ताकि स्कूल सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल हों।
6. खेल और शारीरिक विकास पर जोर
इन स्कूलों में एक खेल स्टेडियम की भी सुविधा होगी, जहाँ विभिन्न खेलों के माध्यम से अच्छे खिलाड़ियों को तैयार करने का प्रयास किया जाएगा। सरकार का उद्देश्य छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ खेलों में भी उनकी रुचि बढ़ाना है।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट स्कूल न केवल शिक्षा बल्कि कौशल विकास, खेल, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी छात्रों को समग्र विकास का अवसर प्रदान करेंगे। यह योजना ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा देने के साथ ही, छात्रों को भविष्य के लिए सक्षम बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।