1. बुद्धिमान खरगोश
एक जंगल में एक चालाक खरगोश रहता था। जंगल में एक बड़ा शेर भी रहता था, जो रोज़ किसी न किसी जानवर को मारकर खा जाता था। एक दिन सभी जानवर मिलकर शेर के पास गए और कहा, “हे जंगल के राजा, कृपया हमें मारना बंद कर दो। हम रोज़ एक जानवर आपके पास खुद आ जाएगा।” शेर ने यह शर्त मान ली। एक दिन खरगोश की बारी आई। वह शेर के पास देर से पहुंचा। शेर बहुत गुस्से में था। खरगोश ने कहा, “महाराज, रास्ते में एक और शेर ने मुझे रोक लिया।” शेर ने गुस्से में उस शेर को मारने की ठानी। खरगोश ने उसे एक कुएं के पास ले जाकर कहा, “वह शेर इस कुएं में है।” शेर ने जैसे ही कुएं में झांका, उसे अपनी परछाई दिखाई दी और उसने सोचा कि दूसरा शेर है। गुस्से में उसने कुएं में छलांग लगा दी और डूबकर मर गया।
प्रश्न:
- जंगल में कौन-सा जानवर रहता था?
- जानवरों ने शेर से क्या वादा किया?
- खरगोश ने शेर को क्या बहाना दिया?
- शेर ने किसे मारने की कोशिश की?
- शेर की मौत कैसे हुई?
2. ईमानदार लकड़हारा
एक बार एक लकड़हारा जंगल में लकड़ी काट रहा था। अचानक उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। वह बहुत दुखी हुआ, क्योंकि वह कुल्हाड़ी उसकी रोज़ी-रोटी का साधन थी। तभी एक जलपरी नदी से निकली और उससे पूछा, “तुम्हारी कुल्हाड़ी यह सोने की है?” लकड़हारे ने कहा, “नहीं, मेरी कुल्हाड़ी लोहे की थी।” जलपरी उसकी ईमानदारी से खुश हुई और उसे सोने, चांदी और उसकी लोहे की कुल्हाड़ी तीनों दे दी।
प्रश्न:
- लकड़हारे की कुल्हाड़ी कहां गिरी?
- लकड़हारे ने जलपरी से क्या कहा?
- जलपरी ने लकड़हारे को क्या दिया?
- लकड़हारा किस बात के लिए ईमानदार था?
- क्या जलपरी ने उसे उसकी लोहे की कुल्हाड़ी लौटाई?
3. सच्चा मित्र
राम और श्याम दो घनिष्ठ मित्र थे। एक दिन वे जंगल में घूमने गए। अचानक उनके सामने एक भालू आ गया। राम पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन श्याम पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था। उसने तुरंत जमीन पर लेटकर सांस रोक ली, जैसे वह मर चुका हो। भालू ने श्याम को सूंघा और उसे मृत समझकर वहां से चला गया। भालू के जाने के बाद राम पेड़ से नीचे आया और श्याम से पूछा, “भालू तुम्हारे कान में क्या कह रहा था?” श्याम ने जवाब दिया, “वह कह रहा था कि जो दोस्त मुसीबत में काम न आए, वह सच्चा दोस्त नहीं होता।”
प्रश्न:
- राम और श्याम कहां गए थे?
- उनके सामने कौन सा जानवर आया?
- राम ने क्या किया जब भालू आया?
- श्याम ने भालू से कैसे बचाव किया?
- भालू ने श्याम से क्या कहा?
4. चालाक लोमड़ी
एक दिन एक भूखी लोमड़ी खाने की तलाश में इधर-उधर घूम रही थी। उसे एक पेड़ के नीचे एक अंगूरों का गुच्छा दिखाई दिया। लोमड़ी ने कई बार अंगूर तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन वह बहुत ऊंचे थे। आखिर में थककर उसने कहा, “ये अंगूर खट्टे हैं, मुझे इन्हें नहीं खाना।” और वह वहां से चली गई। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करनी चाहिए और हार नहीं माननी चाहिए।
प्रश्न:
- लोमड़ी क्या ढूंढ रही थी?
- उसने क्या देखा?
- लोमड़ी अंगूर क्यों नहीं खा सकी?
- अंगूर के बारे में लोमड़ी ने क्या कहा?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
5. दोस्ताना हाथी
एक गाँव में एक छोटा सा हाथी था, जिसे दोस्त बनाना बहुत पसंद था। एक दिन वह जंगल की ओर गया और खरगोश, बंदर और हिरण से दोस्ती करने की कोशिश की, लेकिन सबने उसे मना कर दिया। अचानक एक शेर गाँव पर हमला करने आया। हाथी ने शेर को भगाने की कोशिश की और उसे डराकर वापस जंगल में भेज दिया। गाँव के सभी जानवर हाथी की बहादुरी से प्रभावित हुए और उसे अपना दोस्त बना लिया।
प्रश्न:
- हाथी किस गाँव में रहता था?
- उसने सबसे पहले किससे दोस्ती करने की कोशिश की?
- किस जानवर ने गाँव पर हमला किया?
- हाथी ने शेर से कैसे निपटा?
- अंत में जानवरों ने हाथी के बारे में क्या सोचा?
6. चतुर कबूतर
एक दिन एक चतुर कबूतर पेड़ पर बैठा था। पास में एक शिकारी आया और उसने कबूतर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। कबूतर ने शिकारी की चालाकी देख ली। उसने झट से कुछ पत्थर इकट्ठे किए और उन्हें जाल में डाल दिया। शिकारी ने जाल खींचा, तो वह सोचने लगा कि उसने कबूतर को पकड़ लिया है। लेकिन जब उसने जाल खोला, तो उसमें कबूतर की जगह पत्थर निकले। कबूतर उड़कर अपनी जान बचा ले गया।
प्रश्न:
- कबूतर कहाँ बैठा था?
- शिकारी ने कबूतर को पकड़ने के लिए क्या किया?
- कबूतर ने क्या चालाकी की?
- शिकारी ने जाल में क्या पाया?
- कबूतर ने अपनी जान कैसे बचाई?
7. कछुआ और खरगोश की दौड़
कछुआ और खरगोश एक बार दौड़ में भाग लेने का फैसला करते हैं। दौड़ शुरू होती है और खरगोश तेजी से दौड़ता है, जबकि कछुआ धीरे-धीरे चलता है। रास्ते में खरगोश को लगता है कि वह बहुत आगे है, इसलिए वह आराम करने के लिए सो जाता है। दूसरी ओर, कछुआ लगातार चलता रहता है और धीरे-धीरे फिनिश लाइन तक पहुंच जाता है। जब खरगोश जागता है, तो उसे पता चलता है कि कछुआ जीत चुका है।
प्रश्न:
- कौन-कौन से जानवर दौड़ में भाग ले रहे थे?
- दौड़ में सबसे तेज़ कौन दौड़ा?
- खरगोश ने बीच में क्या किया?
- कछुआ ने कैसे जीत हासिल की?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
8. बड़ा खरबूजा
रामू के खेत में बहुत बड़े-बड़े खरबूजे उगते थे। एक दिन उसने एक बहुत बड़ा खरबूजा देखा। वह खुश हुआ और सोचा इसे बाजार में बेचूंगा। रामू ने उस खरबूजे को काटने की कोशिश की, लेकिन वह इतना बड़ा था कि रामू उसे काट नहीं सका। तभी एक बूढ़े किसान ने उसे सलाह दी कि वह धैर्य से काम ले और धीरे-धीरे खरबूजे को काटे। रामू ने उसकी बात मानी और अंत में सफल हो गया।
प्रश्न:
- रामू के खेत में क्या उगते थे?
- रामू ने क्या देखा?
- वह खरबूजे को क्यों नहीं काट सका?
- बूढ़े किसान ने रामू को क्या सलाह दी?
- रामू ने क्या सीखा?
9. नन्ही चिड़िया
एक नन्ही चिड़िया रोज़ सुबह उठकर अपने लिए दाने ढूंढने जाती थी। एक दिन उसे एक बड़े पेड़ के नीचे खूब सारे दाने मिले। वह खुश होकर दाने खाने लगी। तभी उसने देखा कि पास में एक बिल्ली उस पर नजर रख रही है। चिड़िया ने समझदारी से उड़ने का फैसला किया और वह सुरक्षित अपने घोंसले में वापस आ गई। इस तरह उसने अपनी जान बचाई।
प्रश्न:
- चिड़िया हर रोज़ क्या करती थी?
- उसे कहाँ पर बहुत सारे दाने मिले?
- चिड़िया पर कौन नजर रख रहा था?
- चिड़िया ने क्या समझदारी दिखाई?
- इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
10. मित्रता का मूल्य
राजू और मोहन बहुत अच्छे मित्र थे। एक दिन वे बाजार में घूमने गए। राजू की जेब में बहुत कम पैसे थे, लेकिन मोहन के पास काफी पैसे थे। मोहन ने राजू से कहा, “तुम चिंता मत करो, आज मैं सबकुछ खरीदूंगा।” राजू ने मोहन की उदारता को देखा और उसकी मित्रता को समझा। उन्होंने खुशी-खुशी एक साथ सामान खरीदा और अच्छे मित्र बने रहे।
प्रश्न:
- राजू और मोहन कहाँ गए थे?
- किसके पास कम पैसे थे?
- मोहन ने राजू से क्या कहा?
- राजू ने मोहन की किस बात को समझा?
- इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
11. चूहे का साहस
एक छोटे से गांव में एक चूहा रहता था, जो बहुत डरपोक था। एक दिन उसने सोचा, “मैं कब तक डरता रहूंगा?” उसने हिम्मत जुटाई और बिल्ली के पास गया। चूहा बोला, “तुम्हें मुझसे डरने की कोई जरूरत नहीं है। हम अच्छे दोस्त बन सकते हैं।” बिल्ली ने पहले उसे घूरा, फिर हंसते हुए कहा, “तुम बहुत बहादुर हो, मैं तुम्हें दोस्त मानती हूं।” इसके बाद चूहा और बिल्ली अच्छे दोस्त बन गए।
प्रश्न:
- चूहा किस चीज से डरता था?
- चूहे ने क्या फैसला किया?
- चूहे ने बिल्ली से क्या कहा?
- बिल्ली ने चूहे को क्या जवाब दिया?
- चूहा और बिल्ली क्या बन गए?
12. सोने का अंडा
एक किसान के पास एक मुर्गी थी, जो रोज़ एक सोने का अंडा देती थी। किसान बहुत खुश था और सोने का अंडा बेचकर अमीर बन गया। लेकिन एक दिन उसने सोचा, “अगर मैं मुर्गी को मार दूं, तो मुझे एक साथ सारे अंडे मिल जाएंगे।” उसने मुर्गी को मार दिया, पर उसके पेट में कोई सोने का अंडा नहीं मिला। किसान को अपनी गलती का एहसास हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
प्रश्न:
- किसान के पास कौन सी मुर्गी थी?
- मुर्गी रोज़ क्या देती थी?
- किसान ने मुर्गी को क्यों मारा?
- मुर्गी के पेट में क्या निकला?
- किसान को क्या सीख मिली?
13. भरोसेमंद दोस्त
सीमा और रीमा बहुत अच्छी दोस्त थीं। एक दिन वे जंगल में पिकनिक मनाने गईं। अचानक बारिश शुरू हो गई। सीमा के पास छाता था, लेकिन रीमा के पास नहीं। सीमा ने अपना छाता रीमा के साथ साझा किया और दोनों ने बारिश से बचकर समय बिताया। इस तरह उनकी दोस्ती और गहरी हो गई।
प्रश्न:
- सीमा और रीमा कहाँ गई थीं?
- अचानक क्या हुआ?
- सीमा के पास क्या था?
- सीमा ने रीमा के साथ क्या साझा किया?
- इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
14. खरगोश की मदद
एक बार एक छोटा खरगोश जंगल में घूम रहा था। अचानक उसे एक घायल पक्षी मिला। खरगोश ने पक्षी की मदद की और उसे अपने घर ले गया। उसने पक्षी को खाना खिलाया और उसकी देखभाल की। कुछ दिनों बाद, पक्षी स्वस्थ हो गया और उसने खरगोश का धन्यवाद किया। इसके बाद वे दोनों अच्छे दोस्त बन गए।
प्रश्न:
- खरगोश को जंगल में कौन मिला?
- खरगोश ने पक्षी के लिए क्या किया?
- पक्षी को कब तक देखभाल की गई?
- पक्षी ने ठीक होने के बाद क्या किया?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
15. सच्चाई की जीत
एक बार की बात है, राजा ने अपने राज्य में एक प्रतियोगिता रखी। जो सबसे ईमानदार व्यक्ति होगा, उसे इनाम मिलेगा। कई लोग आए और अपनी-अपनी कहानियां सुनाई। लेकिन राजा को एक गरीब लड़के की ईमानदारी बहुत पसंद आई। लड़के ने अपनी सच्ची कहानी सुनाई कि कैसे उसने कभी झूठ नहीं बोला। राजा ने उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे इनाम दिया।
प्रश्न:
- राजा ने किस तरह की प्रतियोगिता रखी थी?
- कौन-सा व्यक्ति राजा को सबसे ज्यादा पसंद आया?
- लड़के ने अपनी कौन सी खासियत बताई?
- राजा ने किसे इनाम दिया?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
16. बुद्धिमान गधा
एक गधा और उसका मालिक रोज़ नदी के पास जाते थे। एक दिन गधे की पीठ पर नमक की बोरी लदी थी। गधा नदी के पानी में गिर गया और नमक घुल गया, जिससे बोरी हल्की हो गई। गधे ने सोचा कि अगर वह रोज़ पानी में गिरेगा, तो बोरी हल्की हो जाएगी। अगले दिन गधा फिर पानी में गिर गया, लेकिन इस बार मालिक ने उसकी पीठ पर रुई की बोरी लाद दी। रुई ने पानी सोख लिया और बोरी भारी हो गई। गधा समझ गया कि हर बार चालाकी नहीं चलती।
प्रश्न:
- गधे की पीठ पर क्या लदा था?
- गधा पानी में क्यों गिरा?
- पानी में गिरने से बोरी का क्या हुआ?
- मालिक ने गधे की पीठ पर अगली बार क्या रखा?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
17. शेर और चूहा
एक बार एक शेर सो रहा था। एक छोटा चूहा उसके ऊपर चढ़कर खेलने लगा। शेर गुस्से में जागा और चूहे को पकड़ लिया। चूहे ने माफी मांगी और कहा कि अगर शेर उसे छोड़ देगा, तो वह उसकी मदद करेगा। शेर हंसते हुए उसे छोड़ देता है। कुछ दिन बाद शेर एक जाल में फंस जाता है। चूहा आता है और अपने दांतों से जाल काटकर शेर को आजाद कर देता है। शेर को चूहे की मदद का एहसास होता है।
प्रश्न:
- चूहा शेर के ऊपर क्या कर रहा था?
- शेर ने चूहे को क्यों छोड़ा?
- शेर किसमें फंस गया था?
- चूहे ने शेर की कैसे मदद की?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
18. ईमानदार लकड़हारा
एक बार एक लकड़हारा नदी के किनारे पेड़ काट रहा था। उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। वह बहुत दुखी हुआ। तभी एक देवता प्रकट हुए और सोने की कुल्हाड़ी दिखाकर पूछा, “क्या यह तुम्हारी है?” लकड़हारे ने कहा, “नहीं।” फिर देवता ने चांदी की कुल्हाड़ी दिखाई, लेकिन लकड़हारा फिर मना कर दिया। अंत में, देवता ने उसकी असली कुल्हाड़ी लौटा दी और ईमानदारी के लिए उसे सोने और चांदी की कुल्हाड़ियाँ भी दीं।
प्रश्न:
- लकड़हारे की कुल्हाड़ी कहाँ गिरी?
- देवता ने पहले कौन सी कुल्हाड़ी दिखाई?
- लकड़हारे ने क्या कहा?
- लकड़हारे को कौन-कौन सी कुल्हाड़ियाँ मिलीं?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
19. बन्दर और मगरमच्छ
एक बार एक बन्दर और मगरमच्छ अच्छे दोस्त थे। बन्दर रोज़ अपने पेड़ से मीठे फल तोड़कर मगरमच्छ को देता था। मगरमच्छ की पत्नी ने एक दिन कहा कि वह बन्दर का दिल खाना चाहती है। मगरमच्छ ने बन्दर को अपने पीठ पर बैठाकर नदी पार करने का झांसा दिया। बीच नदी में उसने बन्दर को अपनी योजना बताई। बन्दर ने चतुराई से कहा कि उसने अपना दिल पेड़ पर छोड़ दिया है। मगरमच्छ उसे वापस ले जाने लगा, और बन्दर तुरंत पेड़ पर चढ़ गया और अपनी जान बचाई।
प्रश्न:
- बन्दर और मगरमच्छ में कौन से फल बाँटते थे?
- मगरमच्छ की पत्नी क्या चाहती थी?
- मगरमच्छ ने बन्दर को कैसे धोखा दिया?
- बन्दर ने कैसे अपनी जान बचाई?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
20. नन्हा दीपक
एक दिन रात में एक छोटा सा दीपक जल रहा था। वह खुद को बहुत छोटा समझता था और सोचता था कि वह किसी काम का नहीं है। तभी एक बूढ़ा आदमी उसके पास आया और उसे उठाकर अपने घर में ले गया। दीपक ने घर को रोशनी से भर दिया और बूढ़े आदमी का अंधकार दूर कर दिया। तब दीपक को एहसास हुआ कि छोटा होने के बावजूद उसकी भी अहमियत है।
प्रश्न:
- दीपक किसे छोटा समझता था?
- बूढ़ा आदमी दीपक को कहाँ ले गया?
- दीपक ने क्या किया?
- दीपक को किस बात का एहसास हुआ?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
21. दोस्त की मदद
रामू और श्यामू बहुत अच्छे दोस्त थे। एक दिन रामू बीमार हो गया और स्कूल नहीं जा सका। श्यामू ने रामू के घर जाकर उसकी मदद की और उसे होमवर्क बताया। रामू बहुत खुश हुआ और बोला, “तुम सच्चे दोस्त हो।” श्यामू ने कहा, “दोस्ती का असली मतलब ही मदद करना है।” इस तरह उनकी दोस्ती और गहरी हो गई।
प्रश्न:
- रामू और श्यामू कौन थे?
- रामू क्यों स्कूल नहीं जा सका?
- श्यामू ने रामू की कैसे मदद की?
- रामू ने श्यामू से क्या कहा?
- इस कहानी से हमें क्या सीखने को मिलती है?
22. समझदार लड़का
राहुल नाम का एक लड़का रोज़ स्कूल जाता था। एक दिन स्कूल से लौटते वक्त उसने देखा कि रास्ते में एक गड्ढा है, जिससे पानी बह रहा था। उसने तुरंत अपने दोस्त से कहा, “हमें कुछ करना चाहिए, नहीं तो लोग गिर जाएंगे।” उन्होंने पास से कुछ पत्थर और मिट्टी इकट्ठी की और गड्ढे को भर दिया। इस तरह उन्होंने दुर्घटना होने से बचा ली।
प्रश्न:
- राहुल किसलिए रोज़ जाता था?
- राहुल ने रास्ते में क्या देखा?
- राहुल ने क्या सुझाव दिया?
- गड्ढे को भरने के लिए राहुल ने क्या किया?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
23. ईमानदारी की जीत
एक गाँव में रामू नाम का लड़का रहता था। एक दिन उसे सड़क पर एक बटुआ मिला जिसमें बहुत सारे पैसे थे। रामू ने बिना सोचे-समझे बटुआ पुलिस स्टेशन में जमा कर दिया। कुछ समय बाद, बटुए का मालिक रामू से मिलने आया और उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे इनाम दिया। रामू ने खुशी-खुशी इनाम लिया और समझा कि ईमानदारी का हमेशा फल मिलता है।
प्रश्न:
- रामू को क्या मिला?
- रामू ने बटुआ कहाँ जमा किया?
- बटुए का मालिक किससे मिला?
- मालिक ने रामू को क्या दिया?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
24. नया दोस्त
सोनू एक दिन पार्क में खेल रहा था। उसने देखा कि एक नया लड़का पार्क में अकेला बैठा है। सोनू उसके पास गया और उसे खेलने के लिए बुलाया। वे दोनों मिलकर खेलते रहे और अच्छे दोस्त बन गए। सोनू ने महसूस किया कि नए दोस्त बनाना कितना अच्छा होता है और दोस्ती जीवन को खुशहाल बनाती है।
प्रश्न:
- सोनू कहाँ खेल रहा था?
- सोनू ने किसे देखा?
- सोनू ने नए लड़के से क्या कहा?
- दोनों क्या करने लगे?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
25. मधुमक्खी की मेहनत
एक मधुमक्खी रोज़ फूलों से पराग इकट्ठा करती थी और मेहनत से शहद बनाती थी। उसके साथी उससे कहते, “तुम इतना काम क्यों करती हो?” मधुमक्खी हंसते हुए कहती, “मेहनत का फल मीठा होता है।” समय बीतता गया और एक दिन उसके पास ढेर सारा शहद इकट्ठा हो गया। सभी मधुमक्खियाँ उसकी मेहनत को देखकर हैरान थीं और अब उसे मेहनती कहने लगीं।
प्रश्न:
- मधुमक्खी क्या इकट्ठा करती थी?
- मधुमक्खी से उसके साथी क्या पूछते थे?
- मधुमक्खी का उत्तर क्या था?
- मधुमक्खी के पास क्या इकट्ठा हो गया?
- इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?