बाल सुरक्षा समिति से निडर बनेंगे छोटे बच्चे

बेसिक शिक्षा विभाग के सभी स्कूलों में समिति बनाने के निर्देश

■ हर कक्षा से एक-एक छात्र-छात्रा और स्कूल के महिला और पुरुष शिक्षक होंगे सदस्य

■ स्कूल के बच्चों को करेंगे घटनाओं से सतर्क, बदमाशी करने वाले बच्चों की निगरानी भी

बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बच्चों को जागरूक और निडर बनाने के लिए बाल सुरक्षा और संरक्षा समिति का गठन किया जाएगा। समिति बच्चों को शहर और स्कूल के आसपास की घटनाओं से सतर्क करने के साथ ही उनसे सीधा संवाद भी स्थापित करेगी, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति में बच्चों को मदद पहुंचाई जा सके। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने यह आदेश दिया है।

 स्कूली बच्चों के लिए गठित होने वाली इस बाल सुरक्षा और संरक्षा समिति के कर्ताधर्ता बच्चे ही होंगे। समिति में हर कक्षा से एक छात्र और एक छात्रा को शामिल किया जाएगा। इनके अलावा स्कूल के एक महिला और एक पुरुष शिक्षक भी समिति की देखरेख करेंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बाल सुरक्षा समिति का काम भी निर्धारित किया है। समिति हर कक्षा में बच्चों को अपने आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में बताएगी । साथ ही यह भी बताएगी कि उन्हें किस तरह के लोगों के सतर्क रहना है। बाल अपराध और महिला अपराध के प्रति बच्चों को जागरूक करने के साथ ही उन्हें हेल्पलाइन नंबरों और मदद मिलने की जगहों के बारे में भी बताया जाएगा । इसके अलावा समिति की तरफ से असेंबली भी बुलाई जाएगी।

समिति के जिम्मे स्कूल की निगरानी भी होगी। शैतानी या छोटे बच्चों को परेशान करने वाले बच्चों पर निगाह रखेगी। शारीरिक दंड के खिलाफ स्कूल में शिकायत की व्यवस्था को भी यही समिति देखेगी। समिति की संस्तुति पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक कार्रवाई भी करेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि निर्देशों को जल्द जिले के सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा।

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