परिषदीय स्कूलों
में होगी 85 हजार शिक्षकों की भर्ती
69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेश के बाद शुरू हुई तैयारी
अमृत विचार : राज्य के परिषदीय स्कूलों में नई शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे लाखों युवाओं के लिए जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है। 69 हजार बेसिक शिक्षक भर्ती हाईकोर्ट के फैसले पर मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेश ने 85 हजार से अधिक खाली पड़े पदों पर भी नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया
है। चार साल से टीईटी पास लाखों अभ्यर्थियों को ठप पड़ी सुपर टीईटी परीक्षा का इंतजार है।
राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में 2017 से अब तक मात्र 1 लाख 26 हजार 371 शिक्षकों की नियुक्ति की है। हाईकोर्ट में 69 हजार बेसिक शिक्षक भर्ती में आरक्षण
संबंधी विवाद पर कानूनी दांव-पेच फंसने के बाद नियुक्तियां रुक गई थीं। बेसिक
शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के मुताबिक स्कूलों में कुल 4,17,886 पद स्वीकृत हैं। इसके सापेक्ष प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के 85,152 पद खाली हैं। वे अंशकालिक अनुदेशक, शिक्षा मित्र और सहायक अध्यापकों को
मिलाकर वर्तमान में कुल 6,28,915 शिक्षकों का दावा
करते हुए बेसिक में 30 बच्चों पर एक शिक्षक और अपर प्राइमरी
में 35 बच्चों पर एक शिक्षक का अनुपात होने से पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं मानते हैं। मगर, अब हाईकोर्ट में विवाद खत्म होने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सुप्रीम कोर्ट जाने की अटकलों को खारिज करने के बाद कामचलाऊ व्यवस्था की जगह नए शिक्षकों की
नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए यूपीटीईटी और सीटीईटी पास अभ्यर्थियों को सुपर टीईटी परीक्षा देनी होगी।
राज्य सरकार नई भर्ती में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुएबीएड करने वालों को प्राइमरी शिक्षक भर्ती से बाहर रखेगी। यानि बीएड करने वाले
कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को नहीं पढ़ा पाएंगे। सिर्फ बीएसटीसी, बीटीसी, डीएलएड करने वाले ही प्राइमरी स्कूल में टीचर बन पाएंगे।
साभार: अमृत विचार